Friday, November 05, 2010




आज मुझे इस जान से ज्यादा, हाय ! तस्सुवर तेरा है,
ये क्या कह दिया मैंने, क्या तेरा क्या मेरा है |

प्यार की परिभाषा सुनी थी, प्यार को हमने समझा न था,
अब क्या समझे ,अब क्या जाने,जो तेरा है, वो मेरा है |

तेरी दोस्ती की खातिर मैं, कैसे कहूँ, क्या कर सकता हूँ,
तेरी ख़ुशी अब ख़ुशी है मेरी ,तेरा गम अब गम मेरा है | 


मैकश, मै की बोतल जैसे ,मिल जुल कर पीतें हैं,
प्यार का ये  इकलौता  ज़ाम,  कुछ तेरा कुछ मेरा है | 

आज मुझे इस जान से ज्यादा ,हाय !तस्सुवर तेरा है, 
ये क्या कह दिया मैंने , क्या तेरा, क्या मेरा है |